फिल्म निर्देशक लाल विजय शाहदेव ने आज प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस रखकर बताया कि पूरी तरह से झारखंड में बनी यह फिल्म जिसका नाम पहले मनु का सरेंडर रखा गया था। लेकिन बाद में इसे लोहरदगा कर दिया गया ताकि अंतराष्ट्रीय स्तर पर लोग झारखण्ड के इस स्थान के बारे में जान सके। इस फ़िल्म का पहला स्क्रीनिंग 25 मई को फर्स्ट इंटरनेशनल झारखंड फिल्म फेस्टिवल में किया जाएगा और इसी फिल्म से फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ भी होगा। उन्होंने यह बताते हुए कहा कि बड़े गर्व की बात है कि जिस फिल्म में झारखंड के 100 से ज्यादा कलाकारो ने अपनी कला का उम्दा प्रदर्शन किया है, उसी फिल्म से झारखंड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत होगी। विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सारी शूटिंग रांची और लोहरदगा के आस पास के इलाको में ही हुई है और उन्होंने अपनी फ़िल्म में यहाँ के कई जल-प्रपातो को भी दिखाया है। सबसे बड़ी बात हम झारखंडियों के लिए यह कि इस फिल्म के जरिए बॉलीवुड में पहली बार नागपुरी गाना गाया गया है और यह फ़िल्म का टाइटल सांग भी है। Click Here.